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Children of Vayu Dev
वायु देव कौन हैं ?
मित्रों पवन देव या कहे वायु देव एक शक्तिशाली देवता हैं और वह स्वर्ग के देवताओं के राजा भगवान इंद्र के द्वारा नियंत्रित किए जाते हैं । वह भगवान विष्णु के परम भक्तों में से एक हैं ।
वायुदेव के पिता कौन थे ?
वायु देव के पिता स्वयं ब्रह्मदेव थे , यह समस्त जगत वायु देव के अधीन में रहती है क्योंकि बिना वायु के जीव-जंतु में आकार मत जाएगा , यह सृष्टि में प्रलय आ जाएगी ना तो मनुष्य बच पाएंगे ना तो कोई जीव ।
इसका सटीक उदाहरण हमने तब देखा था , बचपन में हनुमान जी को देवराज इंद्र ने अपने वज्र के प्रहार से बेहोश कर दिए थे , जिसे देख वायु देव अत्यंत क्रोधित हो गए थे और उन्होंने समस्त संसार में वायु के प्रचलन को बंद कर दिए थे । जिससे समग्र सृष्टि में हाहाकार मच गया था इसे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वायु देव कितने शक्तिशाली हैं ।
तो नमस्कार मित्रों आप सभी को हमारी वेबसाइट प्राचीन सनातन युग पर स्वागत है,
आज के इस आर्टिकल में हम बताने वाले हैं कौन थे वायु देव के दो शक्तिशाली पुत्र और उनकी एक पुत्री भी थी जिसके बारे में आप लोग शायद ही सुने होंगे ,
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वायुदेव के प्रथम पुत्र कौन थे ? Children of Vayu Dev Hanuman Hanuman
वायुदेव के पहले संतान थे रामदूत महाबली हनुमान । हनुमान जी का जन्म वायु देव का अंश और भगवान शिव का अंश के सममिश्रण से हुआ था , हनुमान जी बचपन से ही अत्यंत शक्तिशाली थे ।
एक बार भगवान हनुमान बाल्यकाल में यह सोचकर सूर्यदेव को पकड़ने की कोशिश किए थे , कि वह एक बड़े से फल है हनुमान जी को अपने ओर आते हुए सूर्यदेव देखकर चिंता में पड़ गए । इसे देख इंद्रदेव ने हनुमान जी पर अपना महाशक्तिशाली अस्त्र वज्र का प्रहार करते हैं जिसे लगते ही हनुमान जी बेहोश हो गए थे ।
हनुमान जी कितने शक्तिशाली है ?
हनुमान जी वज्र का सामना इसीलिए ना कर पाए क्योंकि वह अपने शक्तियों के बारे में अज्ञात थे । उन्हें अपने शक्तियों के बारे में महावली जामवंत जी ने ही उनको याद दिलाए थे , तभी हनुमान जी एक लंग में ही सात समुंदर पार कर गए थे । हनुमान जी में ताकत इतना था कि वह चाहते तो रावण , कुंभकर्ण और मेघनाथ तीनों को मिलाकर भी हरा सकते थे , परंतु उन्होंने अपना प्रभु श्रीराम के बात मानकर अपने आप को हमेशा युद्ध में स्थिर रखे थे ।
हनुमान जी के बाद वायुदेव के द्वितीय पुत्र थे महावली भीम Hanuman Hanuman
भीम की ताकत के बारे में तो आप सभी लोगों को पता ही होगा । शेषनाग के अवतार बलराम जी के बाद अगर कोई महाभारत में बलशाली यौद्धा था तो वो थे पवन पुत्र भीम ।
भीम कितने शक्तिशाली थे ?
महावली भीम में वायुदेव के समस्त शक्ति समाया हुआ था । भीम केवल महाभारत के युद्ध में हनुमान जी से ही हारे थे , भीम में 10000 हाथियों का बल था ।
भीम के गुरु कौन थे ?
महाभारत काल में महाबली भीम के गुरुदेव साक्ष्यात भगवान आदिशेष के अवतार श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम थे । बलराम जी ने 2 योध्दाओं को शिक्ष्या प्रदान किये थे , एक थे महाबली भीमसेन और दूसरे थे गदाधारी दुर्योधन ।
तो कौन थे वायुदेव के पुत्री ? Hanuman
वायु देव के एक पुत्री भी थी , जिनका नाम था इल्ला । जिनकी विवाह ध्रुव से हुआ था , बचपन से ही वह अत्यंत सुंदर और विद्वान थी ।
कहा जाता है कि कलयुग में पवन देव ने फिर से महान ऋषि वेदव्यास की सेवार्थ माधवाचार्य के रूप में अवतार लिए और यह माना जाता है कि अभी भी वे बद्रिका आश्रम में श्री वेदव्यास जी की दिव्य सेवा कर रहे हैं ।
तो यह थे वायु देव के शक्तिशाली संतान जिन्हें हराना असंभव था
जय हनुमान जय श्री राम